३६ गुण

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जीवन के संघर्ष भी धूप और छाँव की तरह है जब आपके जीवन में दुःख के बाद सुख आता है तो ऐसा लगता है जैसे कड़ी धूप मे चलते चलते अचानक मौसम बदल गया और छाँव आ गयी बहुत ही सुखद अनुभूति होती है...... ऐसा ही कुछ मेरे जीवन मैं भी हुआ ऐसा सोचता हुआ शरद चाय की चुस्कियाँ ले रहा था की अचानक इरा की आवाज़ उसके कानो मैं पड़ी और उसकी तन्द्रा टूटी.. आज का क्या प्रोग्राम है पहले ही decide हो तो प्लीज मुझे भी बता दो मुझे भी कुछ प्लानिंग करनी पड़ती है डिअर घर