"हाँ, नियति मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूँ । मैंने डॉक्टर से बात कर ली है । मैं एकांतवास में रहूँगा इसके लिए मुझे मसूरी जाना पड़ेगा । मैं अभी रास्ते में हूँ तुम मेरी फ़िक्र मत करना । मम्मी-पापा का भी ख्याल रखना उन्हें कहना कि मेरी चिंता न करें ।" एक सांस में राघव सारी बात कह गया । अरे! यह आप क्या कह रहे हों ? "सुनो! तो सही आप ही बोलेंगे या मुझे भी बोलने का मौका देंगे"नियति ने राघव को टोका । "पहले आप बताएं कि यह क्या हुआ? और आप कहा जा रहे हैं