दह--शत [ नीलम कुलश्रेष्ठ ] एपीसोड -40 समिधा नसों को ढीला कर तनावमुक्त करती है वह कुछ नहीं करेगी धीरज से प्रतीक्षा करेगी....बस धीरज से। मंगल को अभय का चेहरा निर्मल सा है, तनाव रहित मुस्कराहट है। इस चेहरे की शांति देख उसके दिमाग में बिजली कौंधती है तो फिर इन्हें ड्रग देकर मनचाहा करवा लिया गया है। वह बेबस हो नीता के सामने बह उठती है, रो उठती है। उसे नंगे हॉर्न की बात बता देती है जिसे एक पति ने अपनी बीबी सप्लाई करने के बाद बजाया था। नीता हैरान है, “ये बात तू अब बता रही है?