एडवोकेट बंसल के मोबाइल पर किसी अज्ञात नंबर से कॉल आ रही थी। निर्मला ने देखा तो समझ आया कि कोई अंतर्राष्ट्रीय कॉल है। वैसे वह कभी भी उनका फ़ोन नहीं उठाती थी। मि. बंसल अगर जरूरी समझते तो स्वयं ही कॉल बैक कर लेते। किन्तु जब दोबारा घंटी बजी तब मि. बंसल ने निर्मला को फ़ोन उठाने के लिए बाथरूम से आवाज़ लगायी। निर्मला ने धीमे मधुर स्वर में कहा, "हैलो!" सामने वाले ने किसी स्त्री के स्वर की अपेक्षा नहीं की थी अतः सकपकाते हुए कहा, "मैं शिकागो से डॉ महेंद्र अग्रवाल बोल रहा हूँ। बंसल जी से