अनन्या आज बहुत जल्दी में थी। उसे आज जल्दी अपने काम पे पहुंचना था। आज बाहर से कुछ सेवाभावी संस्था के लोग वहां आनेवाले थे। कल रात उसे ऑफिस का काम करते करते बहुत देर हो गई थी तो सुबह जल्दी उठ ना पाई। फटाफट फ्रेश होकर, नहा-धोकर चाई नाश्ता करके वो निकल पड़ी अपनी स्कूटी लेकर। अनन्या एक वृद्धाश्रम में काम करती थी। वो एक अनाथ लड़की थी जो अनाथालय में बड़ी हुई थी। बचपन से ही उसके अंदर लोगों की मदद करने का गुण था। अनाथालय में वो छोटी थी तबसे लेकर