इक समंदर मेरे अंदर मधु अरोड़ा (11) जब उनका परिवार पारस नगर पहुंचा और पिताजी बिल्डर के कार्यालय में गये तो उसने हंसकर कहा – ‘वेलकम सर जी ..वो क्या है न....फ्लैट पूरा रेडी है। आप अपना घर देख सकते हैं। अंदर का काम बाकी है ....मतलब कि इलेक्ट्रिकल्स वायरिंग, ट्यूब लाइट, पंखा, स्विच बोर्ड। अभी आपको तो मालूम है न कि बिल्डर सिर्फ पॉइंट फ्री देता है। बाकी सब काम अपनी पसंद का आप करवा सकते हैं। आपको जैसा लाइट लगाना है, लगवाने का।‘ यानी यह सब खर्च फ्लैट की कीमत में शामिल नहीं था। एक अच्छी खा़सी राशि