"कुबेर का खज़ाना" माँ ओ माँ....मेरी अच्छी माँ....दुलारी माँ......प्यारी प्यारी माँ.....! अरे....बसससस.....बोल क्या चाहिए? होओओओओ....माँ तुम्हें प्यार करूँ तो क्या जरूरी हैं कुछ चाहिए ही मुझे? क्या मैं ऐसे ही प्यार नहीं करती तुम्हें....? जाओ नहीं बोलती मैं आपसे....राधा ठुनकते हुए बोलीं होओओओओ....तो क्या मैं तुझसे मजाक नहीं कर सकती?जा अब मैं नहीं बोलती तुझसे!सुमित्रा जी ने झूठा गुस्सा करते हुए कहा ओह....मेरी बिल्ली मुझको ही म्याऊँ.....!राधा हँसते हुए बोलीं माँ बेटी की नोक झोंक हो गई हो....तो निकलूं मैं अब...? भाई मुझे भी काम पर जाना हैं...पहले ही