आखा तीज का ब्याह (8) इस बार जब वासंती गाँव गयी तो श्वेता भी उसके साथ ही थी| श्वेता के पापा के किसी रिश्तेदार का निधन हो गया था और वे उसकी मम्मा को लेकर वहां चले गए थे और भाई भी ट्रेनिंग के सिलसिले में जर्मनी गया हुआ था तो वह अकेली अपने घर जाकर क्या करती इसलिए वासंती के साथ यहाँ चली आई| वासंती के घर पर श्वेता का स्वागत हुआ पर वह अपने परिधान के कारण कुछ असहज महसूस कर रही थी| पर उसकी समस्या यह थी कि वह जींस-टॉप और स्कर्ट्स के आलावा कुछ नहीं लाई