शायरी संग्रह भाग 1

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??????????????प्यार किसी बेवफ़ा किया थादर्द आज भी हैं..... दिल उसने तोड़ा मेरापर ज़ख्म आज भी हैं..... वो चली गई मुझे छोड़ कर पर एहसास आज भी हैं...... ??????????कैद कर तो तुम मुझे अपनी बाहों में.... तुम मेरी रहो है जन्म, हर राहों में... कैद कर तुम मुझे, अपने सपनों की चार दीवारों में... जहाँ मैं और तुम हो राह गुजारो में.... ???????????नहीं रोक पाएं उसे दिल तोड़ कर जाने वाले चलें ही जाते हैंदिल तोड़ कर हमें अकेला छोड़ कर ????????नहीं रोक पाएं उसे, उसे जाना था इसलिए जाने दिया वो मुझे अपना बनाना ही नहीं चाहती थी, इसलिए उसे जाने दिया दिल में खंजर कब तक रखते इसलिए उसे जाने दिया वो बेवफ़ा थी वो मुझे अपना