मुखौटा - 7

  • 8.2k
  • 2.6k

मुखौटा अध्याय 7 "दीदी, कौन आ रहा है देखो !" नलिनी बड़े उत्साह से बोली। मैं अपने विचारों को झटक कर उस तरफ देखने लगी। दुरैई आ रहा था । उसके साथ कोई और भी था। हम लोगों को देखकर हाथ हिलाता हुआ मुस्कुराता पास आ गया। "हेलो !" बोला। "छुट्टी एंजॉय कर रहे हो क्या? नलिनी के कंधे को धीरे से थपथपाया, छोटी साली कैसी है?" बड़े अपनेपन से बोला । "बड़ी होती जा रही है।" कहकर मैं हंसी। फिर जैसे कुछ याद आया, दुरई ने अपने दोस्त से हमारा परिचय कराया। "श्रीकांत, सैन फ्रांसिस्को में रहता है। छुट्टियों