इक समंदर मेरे अंदर मधु अरोड़ा (6) मकान अपने नाम करवाने के कुछ ही महीने बाद प्रकाश उस घर को बेचकर रातों रात ट्रक में सामान भरवाकर दूसरे उपनगर में कूच कर गये थे। सत्यनारायण को जब पता चला तो अपने बेटों को खूब डांटा था और हंगामा किया था। दोनों को अपनी दुकान में साड़ियां और रेडीमेड कपड़े बेचने के लिये बैठा दिया था। बेटे भी क्या करते? बैठ गये। वह आज सोचती है कि जिन पतियों को अपनी पत्नी के होते हुए भी परस्त्री को भोगने की लत पड़ जाये, वह जल्दी नहीं छूटती नहीं। क्या सुरेन्द्र, वीरेन्द्र