आगे तुम्हारी मर्जी

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आगे तुम्हारी मर्जी रमिता आज बहुत खुश थी, खुशी की बात तो थी ही... बरसों से जिस अवसर का बेकरारी से इंतजार था आज वो दिन आ ही गया । ऑफिस पहुंचते ही चपरासी ने चेयरमैन सर का मेसेज दिया- "आपको अन्दर बुलाया है ।" अन्दर पहुंचते ही सर ने एक अदद मुस्कुराहट उसकी ओर उछाली और साथ ही एक लिफाफा उसकी ओर बढ़ा दिया । उसने उत्सुकता से लिफाफा खोल तो जी धक्क से रह गया । प्रमोशन लेटर के साथ तीन महीने की ट्रेनिंग वो भी अमेरिका मे ! पल भर को दिमाग चेतना शून्य हो गया ।