प्रतिज्ञा

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आज फिर ठाकुर देवेंद्र सिंह सलोनी के घर आये और हर बार की तरह वही पुराना राग अलापने लगे" मुझे माफ कर दो,भूल जाओ पुरानी बातों को अपने घर लौट चलो"।कितनी आसानी से कह दिया उन्होंने कि में उन्हें माफ कर दूँ भूल जाऊँ वह सब और उनके साथ लौट जाऊँ, नहीं कभी नहीं, क्या वो लौटा सकते हैं मेरे पिछले