जल्दी से सब उसे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। होश आने पर चांदनी ने जब अपने आपको हॉस्पिटल में पाया तो आकाश की ओर प्रश्न भरी नजरों से देखा। तब आकाश ने उसे कहा "तुम काम करते हुए बेहोश हो गई थी।" "हम घर कब चलेगे!" उसने पूछा "अभी डॉक्टर ने कहा है दो-चार दिन तुम्हें यही रहना होगा। जिससे वह अच्छे से तुम्हारी बीमारी को पहचान, उस का इलाज कर सके।" "आकाश, दो-चार दिन मैं यहां कैसे रहूंगी। मुझे घर चलना है।। मैं अब ठीक हूं।" "नहीं चांदनी दो-चार दिन की बात है। यहीं रहकर तुम्हारा अच्छे से इलाज हो सकता