पूर्णता की चाहत रही अधूरी - 18

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पूर्णता की चाहत रही अधूरी लाजपत राय गर्ग अठारहवाँ अध्याय अम्बाला के लिये निकलने से पहले हरीश ने एडवोकेट सूद को फ़ोन कर दिया था। इसलिये जब वह सूद के घर पहुँचा तो सूद बिलकुल तैयार था। मीनाक्षी के यहाँ पहुँचने पर नीलू उनको ड्राइंगरूम में बिठाकर चाय-पानी का प्रबन्ध करवाने के लिये रसोई की ओर मुड़ गयी। बहादुर को दो कुर्सियाँ मीनाक्षी के बेडरूम में रखने को कहा। चाय पीने के पश्चात् हरीश एडवोकेट सूद को मीनाक्षी के पास ले गया। हरीश ने वैसे तो एडवोकेट सूद को सारी घटना से अवगत करवा रखा था, फिर भी सूद ने