इस कथाकन न पांच भागों को पढ़ने के बाद आप सबको अहसास तो हो ही गया होगा कि ये एक बहुत ही बड़ी मिस्ट्री और सस्पेंस से भरी स्टोरी है....जो पाठक नए हैं उनसे बस इतना ही कहूंगा कि "ख़ौफ़... एक अनकही दास्तां" को बस शुरू करिए... अंत तक ले जाने का दायित्व मेरा ।। पार्ट - 5 से :- इधर ना जाने कौन कौन से खेल शुरू हो चुके थे। सब अपने आप को इस मकड़जाल से बचाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर तो रहे थे पर उतना ही ज़्यादा वो इस खेल में फंसते जा रहे थे।