खौफ़...एक अनकही दास्तान - भाग - 4

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घर आकर अपने बिस्तर पर धम्म से गिरे साहिल का दिमाग एक दम सुन्न पड़ गया था,उसकी समझ में नही आ रहा था की ये सब क्या हुआ...? कुछ देर वो उस घटना के बारे में आंख बंद किये सोचता रहा...फिर एक झटके से उसने आंख खोल दी। अचानक उसकी छठी इंद्री सजग हो गई....जो उसे खतरे की घँटी बजने के संकेत दे रही थी। उसके दिमाग मे सबसे पहले यही ख्याल आया,"सुबह जब लिसा की लाश मिलेगी, तो सब कुछ साफ हो जाएगा कि उसके साथ कल रात मैं ही था, फिर पुलिस मुझे अरेस्ट कर जब मेरी हड्डियां