आज लगभग दो बर्ष का समय हो गया है सुदेश और शोभा की बोलचाल बन्द हुए। ऐसा नहीं कि शोभा बोलती नहीं वो सुदेश की हर चीज़ का ख्याल रखती है नाश्ता खाना हर चीज़ समय पर देती है। सुदेश से उसकी पसंद पूछती है ।सुदेश है कि या तो गर्दन हिलाकर जबाब देता है या हाँ या ना में अकड़ जो कूट कूट कर भरी हुई है।पिछले 25 बर्षों में कितना कुछ बदल गया बच्चे बड़े हो गएपर नहीं बदला तो वह है सुदेश।ऐसा नहीं है कि सुदेश पहली बार रूठा हो सुदेश की यह पुरानी आदत है ।हर बार छोटी