कण कण उनका शस्त्र है

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1. रामचरित मानस में कथा है कि भगवान श्री राम माँ सीता जी के साथ चित्रकूट में एक शिला पर बैठे थे और तभी जयंत नामक कौए ने माँ सीता के कोमल चरणों मे चोंच मार गया । माँ के चरण कमल में चोट लगी । श्री राम ने उस काक को सबक सिखाने के लिए एक तिनका उठा कर उसकी ओर संधान कर छोड़ दिया । वो तिनका उस काक के पीछे पड़ गया ।वो कौआ जहाँ जहाँ भी जाता तिनका उसके पीछे रहता। वो उससे भयभीत होकर जितना बचने की कोशिश करता वो तिनका उतनी ही तेजी से