एक मुट्ठी इश़्क--भाग (१)

(14)
  • 6.7k
  • 1
  • 3.2k

एक मुट्ठी इश्क़...!!--भाग(१) सरकारी अस्पताल का कमरा,कमरे मे पडे़,सफ़ेद रंग के आठ दस बिस्तर और उन्हीं बिस्तरों में से एक बिस्तर जीनत का भी हैं, महीनों से बिस्तर पर लेटे लेटे ऊब चुकी है,बिस्तर के सिराहने बनी खिड़की से लाँन के बाहर का नज़ारा देखकर जी बहला लेती हैं, बूढ़ी हो चुकी हड्डियों में अब इतनी जान नहीं बची हैं कि चल फिर सके,लेकिन अल्लाह की रह़मत हैं कि उसका शौहर और उसके बच्चे हमेशा साएं की तरह उसके पीछे लगे रहते हैं, तभी तो महीनों से अस्पताल में हैं और किसी के मुंह से उफ्फ़ की आवाज़ भी नहीं