पिछले भाग में आपने पढ़ा कि व्यापारी ने अपनी कथा में बताया कि अभियान सहायक ने किस तरह अपने अनुभवों की कथाओं द्वारा व्यापारी की शंकाओं का समाधान करने की कोशिश की। किंतु, कथा कहते-कहते व्यापारी ने देखा कि डाकू सो गये हैं। अब आगे... ------ अनजाने लक्ष्य की यात्रा पे-भाग-23 यात्रा अतीत की ओर “तो फिर तुम्हारी शादी उस मत्स्यकन्या से हो गई न?” एक डाकू ने पूछा। “क्यों तुम लोगों ने रात कथा पूरी सुनी नहीं क्या?” व्यापारी ने पूछा, “सो गये थे क्या?” “नहीं नहीं, हम तो सुन रहे थे। सुनाते सुनाते तुम ही