भोला अपने मां बाप का एकलौता बेटा गांव से शहर नौकरी करने के सिलसिले में आ जाता है। माता पिता जरा गरीब होते हैं लेकिन बेटे को लेकर उनके सपने बड़े हैं। पर इतने भी बड़े नहीं कि पूरे न हो सके। पिता गांव में खेतिहर और मां घर घर जाकर सब्जी बेचने का काम कर जीवनयापन करते हैं। दिन रात एक कर भोला दसवीं की परीक्षा तो पास कर लेता है, मां बाप के उम्मीदों पर खरा उतरता है। भोला भी, अन्य नौजवानों की ही तरह सपनों की गठरी लेकर मुंबई शहर की भीड़ में निकल पड़ता है। चमकती