Chapter 13 दो दिन बाद लगभग बारह बजे के क़रीब आरुषि मम्मी-पापा से मिलने अपने घर आती है, वहाँ उसके पेरेंट्स ने उसे लड़के वालो से मिलवाने के लिए इंतज़ाम कर रखा था, आरुषि ये बात नहीं जानती थी ) (घर में घुसते ही) आरुषि "हेलो कोई है क्या इस घर में, मुझे तो कोई भी