जिंदगी

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लोग कहते हे " जिंदगी एक सफर है "। लेकिन ऐ नहीं पता यह कब शुरू होता है और कब खतम। हर इंसान अपनी जिंदगी अलग अलग जगह से, अलग अलग समय पर शुरू करता है । इस जीवित यात्रा में हम कई लोगों से मिलते है, रिश्ते भी बनाते है पर एक दिन सब कुछ छोड़कर अकेले वापिस जाते है । गांधीजी ने कहा है "जिंदगी इंसान केलिए सिर्फ एक यात्रा है । इंसान कभी मरता नहीं है बल्कि अपने यात्रा पूरी करके अपने अपने घर वापिस चला जाता है "। इंसान की जिंदगी सुखों और दुखों का एक मिश्रण हे। देने वाले ने हमें