महामाया - 23

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महामाया सुनील चतुर्वेदी अध्याय – तेईस ठीक एक बजने में पाँच मीनिट पूर्व बाबाजी ने समाधि पर से मिट्टी हटाने का संकेत किया। कौशिक, जसविंदर और दो अन्य लोगों ने बाबा का संकेत मिलते ही समाधि के ऊपर की मिट्टी और एक टीन की चद्दर को हटाते हुए एक सीढ़ी नीचे गड्ढे में उतार दी। मंदिर प्रांगण में सन्नाटा था। लोग साँस रोके बैठे थे। समाधि के समीप जो गणमान्य नेता, पत्रकार, आयोजक परिवार के सदस्य बैठे थे, वे उचक-उचक कर कोतुहल के साथ समाधि के अंदर झांकने की कोशिश कर रहे थे। विदेशियों ने भी अपने कैमरे गड्ढे की