सुरीली सुरीली का नाम यूं ही सुरीली नहीं था बल्कि बचपन से ही उसकी आवाज बहुत मीठी थी वो शहर के पाश इलाके में बनी अन्ना नगर झुग्गी बस्ती में अपने भाई और अपने माता पिता के साथ रहती थी । उसकी झुग्गी से कुछ ही दूरी पर अमीर सेठों की बड़ी बड़ी हवेलियां थी । उसकी मां उन्हीं हवेलियों में काम करती थी ।और अपने घर का खर्चा चलाती थी, और अपने और अपने बच्चों के खाने पीने और बच्चों की पढ़ाई लिखाई का ध्यान रखती थी। उसका पति बहुत निकम्मा और आलसी था उससे घर परिवार से कोई