कोमल की हौसले की उड़ान आज रामचंद्र बहुत खुश था क्योंकि आज उसे अपना वारिस मिल गया रामचंद्र की तीन बेटी थी बेटे की चाह में तीन बेटियां हुई थी क्योंकि रामचंद्र ऑटो चलाता था और हर समय यह सोच कर परेशान रहता कि उसके बाद ऑटो चलाने का काम कौन करेगा बेटियां तो शादी कर कर अपने अपने घर चली जाएंगी। पर सबसे बड़ी बेटी कोमल का बचपन से अपने पिता को ऑटो चलाते देखती तो सोचती की बड़ी होकर वे भी ऑटो चलाएगी कोमल का मन पढ़ाई में नहीं लगता था उसका सारा ध्यान अपने पिता के ऑटो