शिकवा

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लघुकथा शिकवा राहुल समय से आफिस पहुंच गया पर बिना किसी से बात किये अपनी टेबल पर जा बैठा . बॉस अभी आया नहीं था . बॉस के आने के बाद ही काम का एजेंडा तय होता है. काम न होते हुए भी उसने अनमने भाव से कम्प्यूटर का स्विच ऑन कर दिया . वह सोच ही रहा था कि किस प्रोग्राम को खोले कि तभी श्वेता अपनी मुस्कान के साथ उसके सामने