किसी को कभी इस बात का अंदाजा नही होता उसका कौन सा कदम उसकी दुनिया बदलने वाला है और वो जिन्दगी जिसमे दो कदम और दोनो गलत रास्ते पे निकल पड़े हो।ये बात तो सच है की प्रेम में अलग ताकत होती है लेकिन आप इस प्रेम को कैसे प्रेम कह सकते है जिसमे हम अपने माँ-बाप को एक मौका देना भी उचित नही समझते कुछ ऐसा ही हमारी इस कहानी के पात्रो ने किया है ।मोना सुबह ही पापा उठो जल्दी उठो हमें स्कूल जाने में आप रोज देर करा देते है मुझे स्कूल में बाहर खड़ा कर दिया