गुलाबी जोड़े में शालिनी बहुत सुंदर लग रही थी। और लगे भी क्यों न ! ऐसी कौन सी लड़की होगी जो दुल्हन के लिबास में सुंदर न दिखे। तिसपर अगर मनचाहा वर मिले तब तो खुशी का कोई ठिकाना न रहता शालिनी और साहिल पहली बार बस में मिले थे । दोनो के ऑफिस का रास्ता एक ही था। एक ही बस नियत समय पर पकड़ते। मगर ऑफिस जाने की हड़बड़ाहट, कुछ काम का प्रेशर और खचाखच यात्रियों से भरी हुई बस में कहां सबके चेहरे याद रह पाते हैं । पर हाँ कोई चेहरा जब मन मे बस जाए तब