जुर्रत

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जुर्रत...!! कामना हफ्ते भर से काम कर करके थक चुकी थी, जिसको देखो वहीं कामना को आवाज लगाता, कामना ये कर दें,कामना वो कर दे,ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर करते करते कामना दिनभर थक जातीं, ननद की शादी हैं, काम तो करने ही पड़ेगे, घर की बड़ी बहु जो हैं,देवरानी भी हैं कामना की लेकिन वह यह कहकर काम को टाल जाती हैं कि दीदी तो बडीं हैं, अठारह साल से इस घर की बहु हैं, उन्हें सब आता हैं, मैं तो नई नई हूं, मुझे कुछ नहीं पता,कामना के पति भी अपने मां बाप के आज्ञाकारी पुत्र