100 रूपए का टिकट

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आज श्याम बाबू का घर खुशियों की लड़ियों से जगमगा रहा है पूरा घर मेहमानों की ध्वनियों से गूंज रहा है। 13कमरों का बड़ा सा मकान मेहमानों से भरा हुआ है। आंगन में नाच गाना हो है । खाने पीने की चीजों के लिए आंगन का एक कोना सजाया गया है। और हो भी क्यों ना श्याम बाबू का बड़ा पोता अरुण जो डॉक्टरी कर रहा था। शहर के बड़े अस्पताल में नौकरी पा गया है सभी की प्रसन्नता देखने में बनती है। श्याम बाबू भी तो अपने जमाने में सबसे अधिक पढ़े लिखे व्यक्ति थे। अब तो उम्र ही