मे और मेरे अह्सास भाग-११ आँख से बरस रहीं हैं बारिसे lकिस ने की है धूप मे साजिसे ll मिलन की आश लगाए बेठे है lजाने कब पूरी होगी ख्वाइशे ll ******* आज प्यार की बारिश होने वाली है lजाम-ए-इश्क की बारिश होने वाली है ll ******* गुस्सा आता है कि वो बिना वज़ह के गुस्सा है lप्यार आता है कि वो बिना वज़ह के गुस्सा है l ******* मे और मेरे अह्सास ही काफी है जीने के लिए lफूल गुलाबी रंग का ही काफी है देने के लिए ll ******* वो मेरा नसीब है lजो मेरे करीब है ll