रमेश अपने दोस्त के बेटे की शादी में गया हुआ था। शाम को जब वह लौटा तो बहुत ही खुश था। उसे इतना खुश देख कमलेश ने कहा "क्या बात है जी! आज बहुत दिनों बाद आपको इतना खुश देख रही हूं । कोई खास बात है!" "हां भाग्यवान मैं कृष्णा की शादी के लिए चिंतित था । भगवान ने मेरी मुराद पूरी कर दी। शादी में मेरे दोस्त किशन का एक रिश्तेदार आया हुआ था। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो पता चला कि वह भी अपने बेटे के लिए लड़की ढूंढ रहा हैं और उनका बेटा भी