"जीवन अभी बाकी है” वृद्धाश्रम में सुबह से ही काफी चहल पहल है. सभी लोग शाम को होने वाले समारोह की तयारी में जुटे है, और कुछ दिव्यांग और अनाथ बच्चे भी ख़ुशी से प्रांगण में टहल रहे है. वहां के मैनेजर मिस्टर रमाकांत मिश्रा सभी वृद्धजनों के घर पर फ़ोन करके उन्हें आने का न्योता दे रहे थे. “हेलो, क्या आप आकाश दुबे जी बोल रहे है, मैं “जीवन अभी बाकी है” वृद्धाश्रम से बोल रहा हूँ.” आपको जानकर ख़ुशी होगी हमारे वृद्धाश्रम में बुजुर्गो द्वारा आज शाम नए वर्ष के उपलक्ष्य में एक प्रोग्राम रखा गया है. आपके