रात के साढ़े ग्यारह बजे दिल्ली की सड़कों पर अजय तेज रफ़्तार से अपनी बाइक चलाता हुआ कहीं जा रहा था कि तभी एक तीव्र मोड़ पर बाइक फिसल गयी| अर्ध बेहोशी की अवस्था में राहगीरों ने उसे नजदीकी अस्पताल पहुँचाया| शरीर पर कुछ मामूली खरोंचों के अतिरिक्त उसके बाएं हाथ में फ्रैक्चर हो गया था| पुलिस के एक सिपाही ने अजय के मोबाइल से उसके एक मित्र आकाश को फ़ोन किया| अजय और आकाश अपने तीन अन्य मित्रों के साथ दिल्ली में एक फ्लैट किराये पर लेकर साथ रहते थे| अजय एक सरकारी विभाग में इंजीनियर के पद पर