मैं वर्तमान को खुलकर जीने और कल्पना को सच मानने में विश्वास करता हूँ. जब भी किसी यात्रा में जाता हूँ उस वर्तमान की ढेरों कल्पना करता हूँ, जिसे एक समय बाद मुझे जीना है. उस कल्पना में लंबे समय की उत्सुकता, अपनों की खुशिया और सूर्य की किरणों के बीच कॉफ़ी की तलब शामिल होती है.उन दिनों मुंबई जाने वाली समरसता और मुंबई हावडा मेल ट्रेनों में सफ़र कर मन भर चुका था, कि दफ्तर से हवाई यात्रा में मुंबई जाने अवसर मिल गया...जानकर बेहद खुशी हुई पहली हवाई यात्रा मुफ्त में होगी। रातभर यही सोचता रहा, फ्लाइट में