कुबेर - 28

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कुबेर डॉ. हंसा दीप 28 कल की बात काल के गर्भ में थी मगर आने वाले कल को कौन जान सका है! आज में जीते हुए डीपी ने बीते कल को तो पीछे छोड़ दिया था परन्तु आने वाले कल की नियति को पहचान नहीं पाया। कोई नहीं सोच सकता था कि उपलब्धियों और सफलताओं के दौर की तेज़ गति को रोकने के लिए भी कुछ होने वाला है। रास्ते में एक बड़ा बैरियर आने वाला है। एक धमाका होने वाला था, ऐसा धमाका जो सर डीपी की बनी बनायी साख को काफ़ी नुकसान पहुँचाने की ताक़त रखता था। एक