" बात उस रात की " रोज़ कि तरह आज भी अलार्म घडी कि घण्टी से मेरी आँख नही खुली।।। मां ने आकर मुझे उठाया घडी में देखा तो जान पड़ा कि मैं कॉलेज जाने के लिए आज भी लेट हो गया मैं बाथरूम कि तरफ भागा।।। और जल्दी से तैयार होकर आया ही था कि मां ने रोज कि तरह आज भी डांट लगाना शुरू कर दिया।।। "कब बड़ा होगा तू ।।" ! "कभी तो खुद से उठ जाया कर और टाइम पे सब काम कर लिया कर"।।। दरअसल ये डांट इसीलिए नहीं पड रही