भीड़ में - 7 - अंतिम भाग

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भीड़ में (7) ’पोते का तिलक है---जाना ही पड़ेगा. नए कपड़े भी बनवाना होगा. पता नहीं बैंक में कितने पैसे हों. कई महीनों से पास बुक की एंट्री नहीं करवाई. कल जाकर चेक करना चाहिए. लखनऊ जाने के लिए भी तो पैसे चाहिए होंगे. खाली हाथ जाना ठीक न होगा. पुत्तन के पैदा होने के बाद बधाई लेकर गया था, उसके बाद लल्लू के यहां जाना भी नहीं हुआ. महानगर में कोठी बनवाकर उसने गृह प्रवेश के समय पत्र लिखकर बुलाया था, लेकिन तब बुखार में पड़ा था. गृह-प्रवेश की बात और थी. अब बात और है. बुखार होगा तब