भीड़ में - 5

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भीड़ में (5) चलते समय लल्लू बोला था, “बाबू जी अम्मा की तबीयत तो अधिक ही खराब दिख रही है. पीछे आया तब इतनी कमजोर न थीं.” “इलाज तो चल ही रहा है. जो हो सकता है कर रहा हूं.” न चाहते हुए भी स्वर तिक्त हो उठा था. “क्यों न दिल्ली ले जाकर दिखाइए! वहां शायद अच्छा इलाज हो सकेगा.” “हुंह” वे बात टाल ग्गये थे. बेटे को बताना उचित नहीं समझा कि दिल्ली की चिकित्सा की सम्भावनाएं वे तलाश चुके हैं और यदि ले भी जाना चाहें तो जेब अनुमति नहीं देगी. “आप ये रुपए रख लीजिए---कुछ और