कुबेर - 15

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कुबेर डॉ. हंसा दीप 15 पैसे भी आते जीवन-ज्योत में तो थोक में आते। कई बार गिनती के लिए बच्चों को बैठाया जाता। डोनेशन के रूप में कई लोग डाल जाते। अपनी इच्छाएँ पूरी होतीं तो दादा का शुक्रिया अदा करने का एक ही जरिया होता, दादा के लिए गुप्त दान कर देना। दादा कभी किसी से डोनेशन के लिए नहीं कहते, ना ही किसी डोनर के नाम का प्रचार प्रसार होता। अगर देना है तो गुप्त दान दे सकते हो वरना नहीं। क्योंकि यहाँ पैसे देकर कोई बड़ा नहीं बन सकता और जिसके पास पैसा नहीं वह छोटा नहीं