इच्छा - 6

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आज एक नई जगह पर इच्छा का पहला दिन वैसे अधिकांश लोगो से वह पहले ही मिल चुकी थी. काम के सिलसिले मे लोग दूसरी ब्रान्च मे अक्सर आया करते थे पर कुछ लोगो से पहली बार मुलाकात हुई. वैसे नाम से इच्छा सबको जानती थी और सबके बारे मे शिवप्रशाद इच्छा को बताता रहता था.यहाँ जो प्योन था उसका नाम था जयशंकर जो बहुत ही सीधा -साधा कभी किसी के काम को मना न करता शिवप्रशाद की तरह .और उसकी तरह मुहँफट भी नही था शिवप्रशाद के अन्दर अपनी वास्तविक स्थिति के प्रति असंतुष्टि ने कुण्ठा को व्याप्त कर