कुबेर - 2

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कुबेर डॉ. हंसा दीप 2 धन्नू के जवाबों से साफ़ ज़ाहिर था कि गाँव की सरकारी शाला में क्या हो रहा है। उसके पकड़मपाटी के खेल में किसी ने किसी को पकड़ लिया था। जाँच के आदेश भी दिए गए थे कि – “आख़िर क्यों स्कूल में खाना नहीं दिया जा रहा है जबकि ‘मिड-डे मील’ के नाम पर एक बड़ी राशि वहाँ जा रही है। जाते-जाते बीच में कितने जंक्शन स्टेशन हैं जहाँ पर यह राशि टौल टैक्स भरती जा रही है कि स्कूल तक पहुँचते-पहुँचते कुछ भी नहीं बचता।” “खाना भी नहीं, पढ़ाना भी नहीं तो आख़िर यह