एक दिन एक कुछ खूबसूरत मोर अपनी पंख फैलाकर बारिश में नाच रहे थे। ओर तुम एक पेड़ के पीछे छुपकर कब से इस मनमोहक दृश्य को देखे ही रहे थे। अचानक ही में वह आ गई ओर दौड़ पड़ी उन खूबसूरत मोर को पकड़ने के लिए बिचारे मोर डर के मारे उड़कर भाग गए..। पेड़ के पीछे से तुम दौड़ते हुवे आये ओर मेरी चोटी पकड़कर खीचते हुए कहा। 'ये क्या शरारत की तुने.. तुने मेरे मोर को भगा दिया' ताली बजाकर में जोर से हँसने लगी। 'है..है.. बड़ा मजा आया मुजे मोर को