ततइया (2) ‘शन्नो भाग गई, आखिर क्यों | कुछ दिन पहले ही तो पता चला था कि---माँखुशी से भरकर कोई पुरानी तावीज़ संदूक से निकाल लाई थी। उसको शन्नो के बाजू पर बाँधते हुए उसने दशहरे बाद उत्सव मनाने का कार्यक्रम बनाया था। फि़र एकाएक यह भूकंप |’सायकिल पर सवार यु)वीर