नारीयोत्तम नैना - 12

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नारीयोत्तम नैना भाग-12 भारत और श्रीलंका के बीच तनावपूर्ण रिश्तों और उसके बीच दक्षिण भारतीय राजनीति की रस्साकशी और झगड़े की मूल कारणों पर प्रकाश डालना जरूरी है। श्रीलंका में बंदूकों को खामोश हुए चार साल होने वाले थे। लेकिन गोलियों से पैदा हुई गर्मी अभी बाकी थी। यह गर्मी थी मानवाधिकारों के हनन की, जो रह-रहकर भभक उठती थी। अर्नेस्ट हेमिंग्वे ने कभी कहा था, 'युद्ध चाहे जितना भी जरूरी हो या उसे कितना भी जायज ठहराया जाए, यह अपराध नहीं है, ऐसा कभी नहीं सोचना चाहिए।' श्रीलंका में लिट्टे के खिलाफ छेडे़ गए युद्ध में भी कई बेगुनाह,