नारीयोत्तम नैना भाग-7 अलग-अलग समुदाय के प्रेमी युगल एक दिन विधायक जितेन्द्र ठाकुर से मिलने आये। उनकी जान को परिजनों से खतरा था। यह विधायक महोदय को उन्होंने बताया। दोनों घर से भागकर विवाह कर चूके थे। दोनों के बालिग होने के बावजूद पुलिस अशांति व्याप्त होने के भय से उनका सहयोग नहीं कर रही थी। पुलिस दोनों को अलग-थलग कर अपने-अपने घर भिजवाना चाहती थी ताकी शहर में कोई बड़ी साम्प्रदायिक घटना न घटित हो जाये? सलमा के चेहरे में नैना को और विनित में स्वयं की परछाई देख रहे विधायक जितेन्द्र ठाकुर ने दोनों की सहायता करने की