मुख़बिर - 22

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मुख़बिर राजनारायण बोहरे (22) हत्या अगले दिन दिन भर की थकान मिटाने पुलिस पार्टी के लोग एक पहाड़ी के शिखर पर टांगे फैलाए लेटे थे कि दूर पेड़ों की ओट में कुछ साये से चलते-फिरते दिखें तो पायलट सैनिक सतर्क हो गये । पुलिस दल ने पोजीशन ले ली और फायर खोलने वाले थे कि सेकंड-लेफ्टीनेंट सिन्हा ने रघुवंशी को याद दिलाया-‘‘ अपना वायरलेस सेट चालू करके तो देखलो साहब, कही ये लोग अपनी ही किसी टीम के सदस्य न हों, और गलतफहमी में हम अपने किसी भाई पर ही न गोली चल बैठे ।‘‘ और यही सच निकला ।