घर में आये उस बवन्डर ने संकेत की ज़िन्दगी में बवन्डर ला दिया था । एक तरफ माँ, पापा की जान और दूसरी तरफ रेनू को दी गई आखिरी कसम । किसको अपनाये संकेत की समझ में नहीं आ रहा था । ऑफिस में फ़ोन कर के 10 दिनों की छुट्टी अप्लाई कर दी थी संकेत ने । पापा आज लैपटॉप खोल कर कुछ खोये हुए से बैठे थे । माँ अपने दैनिक कामों में व्यस्त तो थीं पर बार बार भूल जातीं थी कि करना क्या है । चिंता सबके मन को हरा रही थी । कि तभी सोनम